मोहब्बत छोड दी मैँने…. Hindi Shayri
तुमको मिल जायेगा बेहतर मुझसे ! मुझको मिल जायेगा बेहतर तुमसे !
पर कभी कभी लगता है ऐसे...हम एक दूसरे को मिल जाते तो होता बेहतर सबसे
पर कभी कभी लगता है ऐसे...हम एक दूसरे को मिल जाते तो होता बेहतर सबसे
ना जाने क्या कमी है मुझमें,
ना जाने क्या खूबी है उसमें,
वो मुझे याद नहीं करती,
मैं उसको भूल नहीं पाता
वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने,
अब से जल्दी सोया करेंगे ,
मोहब्बत छोड दी मैँने….
मैं जहर तो पी लु शौक से तेरी खातिर..
पर शर्त ये है कि तुम सामने बैठ कर सासो को टूटता देखो..
हजारो गम है सीने मे मगर शिकवा करें किससे…
इधर दिल है तो अपना है…
उधर तुम हो तो अपने हो…
मैं ख़ामोशी तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा…
मैं एक उलझा लम्हा, तू रूठा हालात मेरा …
अबकी बार सुलह करले मुझसे ए दिल वादा करता हूँ
की फिर नहीं दूँगा तुझे किसी ज़ालिम के हाथों में
ताज़ी है अब भी उस मुलाकात की खुशबू
जज़्बात में डूबे हुवे लम्हात की खुशबू
जिस हाथ कों पल भर के लिए थाम लिया था
मुद्दत से है हाथ में उसी हाथ की खुशबू
Comments
Post a Comment